कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 और HV.1 से बढ़ा खतरा ,भारत में 24 घंटे में 328 नए केस
विश्व के साथ भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का खतरा बढ़ता जा रहा है। भारत में बीते 24 घंटो में कोरोना के 328 नए मामले सामने आये है । केरल और कर्नाटक में कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद यहाँ के शिक्षा संस्थानों और सार्वजानिक स्थानों पर कोरोना गाइडलाइन के पालन के निर्देश दिए गए है ।
जानते हैं इन नए वेरिएंट के बारे में
JN.1 और HV.1 ओमिक्रॉन के उप रूप हैं, जो अत्यधिक संक्रामक माने जा रहे हैं। इनमें कुछ म्यूटेशन पाए गए हैं, जो उन्हें पहले के वेरिएंट की तुलना में अधिक तेजी से फैलाने में सक्षम बना सकते हैं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ये वेरिएंट कितने गंभीर बीमारी का कारण बनेंगे या वे मौजूदा टीकों की प्रभावशीलता को कितना कम करेंगे।
भारत और दुनिया पर संभावित प्रभाव
नए वेरिएंट के तेजी से फैलने से वैश्विक स्तर पर संक्रमणों में वृद्धि हो सकती है। इससे अस्पतालों और स्वास्थ्य विभाग पर भी भार बढ़ सकता है । आर्थिक गतिविधियों में भी सुस्ती आ सकती है, क्योंकि लोग सावधानी बरतेंगे और संक्रमण बढ़ने पर यात्रा पर प्रतिबंध भी लगाए जा सकते हैं।
क्या इससे घबराने की जरूरत है
Covid के नए वेरिएंट चिंता का विषय तो हैं, लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं है। वैज्ञानिक, डॉक्टर और स्वास्थ्य विशेषज्ञ नए वेरिएंट के संक्रमण पर नज़र रखे हुए हैं और आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। टीकों को भी लगातार अपडेट किया जा रहा है ताकि वे नए वेरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी हों सके ।
सावधानी है जरुरी
हमें सतर्क रहना चाहिए और कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां बरतना है।
मास्क पहनना
शारीरिक दूरी बनाए रखना
हाथों को बार-बार धोना
हवादार कमरों में रहना
वैक्सीन की सभी खुराक लेना
साथ ही, हमें विश्वसनीय स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करनी चाहिए और अफवाहों से दूर रहना चाहिए। मिलकर हम इस चुनौती का सामना कर सकते हैं और कोरोना वायरस को हरा सकते हैं।